🫀👣

रहते हैं दिल के दर पर
तेरे कदमों के निशाँ
बस यही तो है मेरे
जीवन का ज़हां
तेरे चेहरे से जरा भी
नज़र हटाऊं मैं कैसे
मेरे सुकुं का मिला है
तेरी बाहों में मकां

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